
दो साल बाद शुरू हुई कावड़ यात्रा पर आतंकी साया मंडराने लगा है। गृह मंत्रालय ने एडवाइजरी जारी करते हुए कावड़ यात्रा पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने को कहा है।
दो साल तक कोविड-19 की वजह से कावड़ यात्रा स्थगित रही पर इस साल कांवड़ यात्रियों के बड़ी संख्या में आने की उम्मीद है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कावड़ यात्रा 14 जुलाई से शुरू हुई है पर उससे 1 दिन पूर्व 13 जुलाई को ही हरिद्वार में दो लाख कांवड़िए पहुंच गए थे। प्रशासन की तरफ से कावड़ यात्रा के मद्देनजर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। इस बार कावड़ यात्रियों की संख्या करीब 4 करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है।
उत्तराखंड मे सावन के पहले दिन 14 जुलाई से कांवड़ यात्रा शुरू हो चुकी है। 13 जुलाई को हरिद्वार में 2 लाख कांवड़िए पहुंच चुके थे। वहीं अब लाखों की तादाद में कांवड़ियों का हरिद्वार आना बदस्तूर जारी है लिहाजा पुलिस भी सतर्क हो चली है और अतिरिक्त बल की तैनाती भी कांवड़ क्षेत्र में में कर दी गई है।
पुलिस के अनुसार इस बार 4 करोड़ से ज्यादा शिव भक्तों के आने की उम्मीद है जिसके लिए 10 हजार पुलिसकर्मियों की तैनाती भी कर दी गई है । डीआईजी गढ़वाल के एस नगन्याल ने बताया कि पूरे कांवड़ क्षेत्र में 18 सुपर जोन बनाए गए हैं। जिनमें हरिद्वार में 12 टिहरी में 3 पौड़ी में 2 व देहरादून ऋषिकेश मिलाकर 1 है। इसके साथ ही 45 जोन बनाए गए हैं जबकि कांवड़ क्षेत्र में 175 सेक्टर भी बनाए गए हैं। साथ ही 10 खोया पाया सेल भी बनाए हैं। सुरक्षा के लिहाज से 420 सीसीटीवी कैमरे पूरे कांवड़ क्षेत्र में अपनी पैनी नजर बनाकर रखेंगे इसके साथ ही 38 जगहों पर पार्किंग की भी व्यवस्था की गई है। जिनमें कार बस बाइक की अलग-अलग व्यवस्था की गई है।
गृह मंत्रालय द्वारा जारी एडवाइजरी को देखते हुए व सुरक्षा के लिहाज से इस बार पुलिस फोर्स में कई वरिष्ठ अधिकारियों की भी तैनाती कर दी गई है। जिसमें की 63 राजपत्रित अधिकारी रहेंगे जिसमें महज 50 सिर्फ हरिद्वार में ही ड्यूटी करेंगे। इसके अलावा 723 इंस्पेक्टर भी कांवड़ क्षेत्र में ड्यूटी करेंगे और 3854 पुलिस आरक्षी भी कांवड़ क्षेत्र में तैनात रहेंगे। अभिसूचना से 135 , पीएससी आईआरबी आपदा राहत से 2125 व केंद्रीय अर्धसैनिक बल के 600 जवान भी ड्यूटी पर मुस्तैद रहेंगे। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए एटीएस ,बीडीएस व स्वान दल की 14 टीमों के 90 लोग भी मौजूद रहेंगे। इसके साथ ही पीआरडी और होमगार्ड के भी 2150 जवान पूरे कावड़ क्षेत्र में ड्यूटी देंगे।
यह खबर भी जरूर देखें;RTI के आंकड़ेडीआईजी गढ़वाल के एस नगन्याल का कहना है कि पुलिस किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है इसके साथ ही कांवड़ियों को इस बार मसूरी की ओर नहीं जाने दिया जाएगा। उन्हें पहले ही बॉर्डर एरिया पर रोक लिया जाएगा, इसके अलावा डीजे पर किसी प्रकार का आपत्तिजनक गाना नहीं बजने दिया जाएगा।
कावड़ यात्रा शुरू होने से पूर्व पुलिस मुख्यालय से लेकर सीमा क्षेत्र की थाने चौकियों में पुलिस ने ताबड़तोड़ बैठकें की है। सुरक्षा एडवाइजरी जारी किए जाने के बाद उमड़ते हुए कांवड़ियों के हुजूम से आखिरकार पुलिस कैसे निपटती है यह जरूर देखने लायक बात होगी क्योंकि सुरक्षा के पुख्ता इंतजामों के साथ चार करोड़ कांवड़ियों को संभालना पुलिस के लिए किसी चुनौती से भी कम नहीं है
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