गर्मियों का सीजन शुरू होते ही नींबू के दामों में आग लग गई है। ₹30 पाव बिकने वाला नींबू 70 रुपये के पार जा रहा है।
निम्बू के महेंगे होने का प्रमुख कारण मांग और आपूर्ति के बीच फासला बढ़ना है। इस साल नींबू का उत्पादन भी काफी कमजोर रहा है कर्नाटक, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश ,उत्तर प्रदेश, गुजरात आदि नींबू उत्पादक राज्य हैं जहां से नींबू का विदेशों में भी निर्यात किया जाता है पर इस साल फसल कमजोर रहने के कारण दामों में बढ़ोतरी हो रही है उत्तर गुजरात का मेहसाणा अपनी नींबू क्वालिटी की वजह से विश्व प्रसिद्ध है यहां का रसदार नींबू पतले छिलके और स्वाद की वजह से भारत सहित पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है ।मंडियों में निम्बू की आवक आधे से भी कम रह गई है मांग और आपूर्ति के बीच दबाव की वजह से रेट दिनों दिन बढ़ते जा रहे हैं गर्मियों के सीजन में नींबू की मांग भी अधिक रहती है और नवरात्र के कारण भी नींबू काफी डिमांड में है गर्मियों में गन्ने के रस के व्यवसाई, लेमन सोडा, जलजीरा आदि वालों की भी पहली मांग नींबू होती है। कुछ राज्यों में तो नींबू ₹400 किलो अभी पहुंच चुका है, वैसे तो नींबू मुख्य सब्जी ना होकर सेहत और स्वाद का साथी है और अगर आप नींबू का प्रयोग सलाद का स्वाद बढ़ाने के लिए करते हैं तो ऑप्शन के तौर पर गन्ने ,जामुन व सेब के सिरके का प्रयोग भी कर सकते हैं पर फिलहाल ₹70 का 250 ग्राम बिक रहा नींबू अभी और छलांग लगाएगा।
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