उत्तराखंड सरकार का बजट सत्र 14 जून से देहरादून विधानसभा में प्रारंभ हो गया है, सत्र के दौरान धामी 2.0 सरकार अपना पहला बजट विधानसभा में पेश करेगी ।बजट सत्र गैरसैंण में होने को लेकर चर्चाएं तेज थी पर बजट सत्र से ठीक पहले स्थान देहरादून फाइनल कर दिया गया सरकार का दावा है कि बजट में तमाम राय मशवरा जो जनता से लिया गया था वह बजट में समाहित किया गया। दिनांक 14 जून को सत्र प्रारंभ होने से पहले ही कांग्रेस के तमाम विधायक बजट सत्र गैरसैंण में करने को लेकर धरने पर बैठ गए ,नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य का कहना है कि गैरसैंण को स्थाई राजधानी घोषित किया जाय व बजट सत्र गैरसैंण में होना चाहिए था। बजट सत्र को गैरसैंण के बजाय देहरादून में करके सरकार ने जनता के साथ छलावा किया है, सरकार गैरसैंण के विकास को लेकर संवेदनशील नहीं है ,सत्र शुरू होने से पूर्व भी कांग्रेस के तमाम विधायक हाथों में तख्तियां लेकर विधानसभा मंडप के बाहर सीढ़ियों पर बैठ गए और नारेबाजी कर मांग की की ग्रीष्मकालीन सत्र ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में होना चाहिए।