उत्तराखंड में बादल फटने से भीषण तबाही: धराली गांव 34 सेकंड में मलबे में दबा

## 🌧️ उत्तराखंड में बादल फटने से भीषण तबाही: धराली गांव 34 सेकंड में मलबे में दबा, 4 मृत और 50 लापता
5 अगस्त, 2025 | स्थान: उत्तरकाशी
उत्तराखंड के **उत्तरकाशी जिले** में स्थित धराली गांव में आज दोपहर 1:45 बजे अचानक बादल फटने से भीषण तबाही मच गई। यह घटना **गंगोत्री यात्रा मार्ग** के प्रमुख पड़ाव धराली में घटी, जहां खीर गंगा नदी के ऊपरी जलग्रहण क्षेत्र में बादल फटने से नदी में बाढ़ आ गई। पहाड़ों से बहकर आए **मलबे और पानी** ने सिर्फ **34 सेकंड** में गांव के बाजार, घरों और होटलों को पूरी तरह बहा दिया। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में दिख रहा है कि कैसे एक विशालकाय मलबे का सैलाब गांव को निगल गया ।
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### ⚠️ जान-माल की क्षति
– **मृतक संख्या**: 4 लोगों की मौत की पुष्टि (आशंका जताई जा रही है कि यह संख्या बढ़ सकती है)।
– **लापता**: 50 से अधिक लोग अभी भी लापता हैं, जिनके मलबे में दबे होने की आशंका है।
– **फंसे हुए**: लगभग 100 लोग मलबे में फंसे हुए हैं, जिनमें स्थानीय निवासी और कुछ पर्यटक शामिल हैं ।
– **संपत्ति नुकसान**: 50 से अधिक घर, कई होटल और दुकानें पूरी तरह तबाह हो गईं। गांव की कनेक्टिविटी पूरी तरह कट गई है ।
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### 🚑 राहत और बचाव अभियान
– **तैनात टीमें**: एनडीआरएफ (4 टीमें), एसडीआरएफ, आईटीबीपी (3 टीमें) और भारतीय सेना (150 जवान) मलबे में फंसे लोगों को बचाने में जुटे हैं। सेना की टीम घटना स्थल पर **मात्र 15 मिनट** में पहुंच गई थी ।
– **बचाए गए**: अब तक **20 लोगों** को सुरक्षित निकाला जा चुका है। घायलों को उत्तरकाशी के जिला अस्पताल और सेना के मेडिकल सेंटर में इलाज के लिए ले जाया गया है ।
– **चुनौतियाँ**: लगातार जारी बारिश और रास्ते में हुए भूस्खलन से रेस्क्यू ऑपरेशन बाधित हो रहा है। कुछ बचाव दल खुद ही फंस गए हैं ।
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### 🗣️ नेताओं की प्रतिक्रिया
– **पीएम मोदी**: “इस त्रासदी से प्रभावित लोगों के प्रति संवेदना। सीएम धामी से बात कर हालात की जानकारी ली। राहत कार्य में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।”
– **गृह मंत्री अमित शाह**: “आईटीबीपी और एनडीआरएफ की टीमें तत्काल रवाना की गई हैं।”
– **सीएम पुष्कर सिंह धामी**: “यह घटना अत्यंत दुखद है। बचाव कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है।”
– **यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ और कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी** ने भी शोक व्यक्त किया ।
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### ⚡ ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य
उत्तरकाशी जिला बार-बार प्राकृतिक आपदाओं की चपेट में आता रहा है:
– **2012**: अस्सीगंगा और भागीरथी घाटियों में बादल फटने से बाढ़, जिसमें दर्जनों लोग मारे गए।
– **2019**: आराकोट-मकुडी क्षेत्र में बादल फटने से 17-19 लोगों की मौत।
– **जून 2025**: बड़कोट-यमुनोत्री मार्ग पर बादल फटने से भूस्खलन, जिसमें कई मजदूरों की जान गई ।
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### ⚠️ मौसम चेतावनी और भविष्य की आशंका
– **रेड अलर्ट**: मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के लिए उत्तराखंड के अल्मोड़ा, चमोली, नैनीताल और उत्तरकाशी समेत नौ जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है ।
– **अतिरिक्त खतरा**: धराली के पास **सुखी टॉप** में एक और बादल फटने की सूचना है, जिससे हालात और गंभीर हो सकते हैं । सरकार ने राहत एवं बचाव कार्य को बढ़ावा देने के लिए तीन आईएएस अफसर की तैनाती की है।
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### 💬 स्थानीय गवाहों ने बताई भयावहता
एक युवक ने लाइव वीडियो में बताया: *”यहां कुछ देर पहले बाजार था, अब सब कुछ बर्बाद हो गया है। हम नहीं जानते कि अभी और बादल फटेंगे या नहीं…”* ।
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उत्तराखंड में बादल फटने की यह घटना एक बार फिर पहाड़ी इलाकों में **जलवायु अस्थिरता** और **अतिविकास** के खतरों को उजागर करती है। जबकि बचाव दल पूरी ताकत से काम कर रहे हैं, मौसम की विषम परिस्थितियों और बारिश के रेड अलर्ट के बीच चुनौतियां बनी हुई हैं। प्रभावितों के सकुशल बचाव और दीर्घकालिक आपदा प्रबंधन योजनाओं पर तत्काल ध्यान देना आवश्यक है।