बेसहारा लड़की को तकनीक के जरिए मिले माता पिता

तकनीक का उपयोग अच्छे उद्देश्य के साथ किया जाए तो वह किसी वरदान से कम नहीं होती ऐसे ही एक मामले में बेसहारा लड़की को डीएनए टेस्ट तकनीक के जरिए उसके माता पिता से मिला दिया ।
करीब 4 साल पहले नेपाल में यह लड़की अपने माता-पिता से बिछड़ गई और अपने एक रिश्तेदार के साथ वह उत्तराखंड के नैनीताल में आकर रहने लगी यहां लड़की के साथ गलत हरकतें करने पर रिश्तेदार को पुलिस ने पोक्सो एक्ट के तहत जेल भेज दिया और लड़की को किशोरी बाल गृह अल्मोड़ा भेज दिया गया।
यहां रहने के दौरान नेपाल से आए एक दंपति ने उसके माता-पिता होने का दावा पेश किया लेकिन लड़की उन दोनों को पहचान नहीं पाई जिसके बाद जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने समस्या के समाधान के लिए दंपत्ति और लड़की का डीएनए सैंपल लेकर विधि विज्ञान लेबोरेट्री देहरादून भेज दिया ।जांच रिपोर्ट में दोनों के डीएनए का मिलान हो गया अब जिला विधिक सेवा प्राधिकरण लड़की को उसके माता-पिता के सुपुर्द करेगा