
महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग की ओर से आंगनबाड़ी केंद्रों में चल रही योजनाओं में फर्जीवाड़े को रोकने के लिए विभाग ने पहल की है प्रदेश भर में करीब 20 हज़ार आंगनबाड़ी केंद्र हैं जिनमें 7.50 लाख के आसपास बच्चे हैं
अब बच्चे के अभिभावक का नाम ,बच्चे का नाम ,आधार नंबर, मोबाइल नंबर व बच्चों को आधार कार्ड से जोड़ने के लिए सॉफ्टवेयर की मदद ली जा रही है जिससे बच्चों को सही संख्या का पता चल पाएगा और उसी के आधार पर बच्चों को योजनाओं का लाभ दिया जा सकेगा ।
अभी तक बताई गई संख्या के आधार पर बच्चों के लिए चीजें भिजवाई जा रही थी यदि कोई बच्चा कुछ महीने के लिए आंगनबाड़ी केंद्र से जुड़ा है तब भी उसके लिए 10 महीने का समान जा रहा था पर अब सॉफ्टवेयर के माध्यम से चीजों को अपडेट किया जा सकेगा ।
अब बच्चों का आधार कार्ड नंबर सॉफ्टवेयर में अपडेट होने से आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों की सही संख्या ,बच्चों का दूसरे आंगनबाड़ी केंद्रों में जाना व माता-पिता का फ़ोन नंबर होने से उनके संबंध में जानकारी आसानी से ली जा सकेगी।
बच्चों का आधार कार्ड सॉफ्टवेयर में अपडेट होने के बाद बच्चों की सही संख्या सामने आएगी ।यदि बच्चों की मौजूदा बताई गई संख्या में काफी अंतर मिलता है और कोई फर्जीवाड़ा पकड़ में आता है तो संबंधित के खिलाफ कार्यवाही भी होगी।