
खुले में शौच मुक्त की पैरों कारी करने वाली सरकार अक्सर अपने ही सरकारी विद्यालयों में झांकना भूल जाती है प्राथमिक विद्यालय कोट जिला पौड़ी में ऐसा ही एक मामला सामने आया है मुख्य शिक्षा अधिकारी ने जब प्राथमिक विद्यालय कोट का निरीक्षण किया तब कई अव्यवस्थाएं सामने आई स्कूल में 2 शिक्षिकाएं सेवारत हैं व स्कूल में करीब 18 बच्चे पढ़ते हैं जिनमें से अधिकतर छात्राएं हैं बात करने पर छात्राओं ने बताया कि वह खुले में शौच जाने को मजबूर हैं कहने को तो स्कूल में तीन शौचालय हैं पर अक्सर तीनों में ही ताला लगा रहता है जिससे मजबूर होकर छात्राओं को खुले में शौच जाना पड़ता है मुख्य शिक्षा अधिकारी के निरीक्षण में यह भी सामने आया कि स्कूल में पेयजल की व्यवस्था भी ठीक नहीं है इस बात से नाराज सीईओ ने स्कूल में सेवारत प्रधान अध्यापिका व सहायक अध्यापिका के वेतन पर अग्रिम आदेश तक रोक लगा दी