
भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व द्वारा दोबारा पुष्कर सिंह धामी पर विश्वास जताया जाने के बाद मुख्यमंत्री का सस्पेंस खत्म हो गया है अब मंत्रिमंडल के सदस्यों को लेकर माथापच्ची शुरू हो गई है वह कौन-कौन चेहरे हो सकते हैं जो पुष्कर सिंह धामी की कैबिनेट में जगह बनाएंगे यह तो बिल्कुल साफ है कि पिछली सरकार में मंत्री रहे हरक सिंह रावत व यशपाल आर्य भाजपा को छोड़कर कांग्रेस में चले गए थे और एक मंत्री स्वामी यतिस्वरानंद चुनाव हार गए हैं ऐसे में इन 3 पदों पर तो नये चेहरे देखने को मिलेंगे ही, इस बार भाजपा की महिला विधायकों की संख्या भी छ है तो यह भी देखना दिलचस्प होगा कि महिलाओं को कितनी जगह कैबिनेट में मिल पाती है। पुरानी कैबिनेट के 8 मंत्री चुनाव जीतकर पहुंचे हैं तो क्या उनको भी यथावत रखा जाएगा या कुछ चहरों को बदला जाएगा राजनीतिक गलियारों में इस बात को लेकर चर्चा तेज है। साथ ही मुख्यमंत्री की दौड़ में शामिल उम्मीदवारों ने अब कैबिनेट में जगह पाने के लिए हाथ पैर मारने शुरू कर दिए हैं, दिल्ली दौड़ लगा चुके कई नेता अब भारी भरकम मंत्रालय की जुगत में है सूत्रों की माने तो मंत्रियों के नाम तय करने के लिए केंद्रीय नेताओं से मंथन चल रहा है नामों को तय करने से पहले पिछले कार्यकाल में उमके अनुभव व प्रदर्शन को ध्यान में रखा जाएगा साथ ही कुछ नए चेहरे को भी जगह दी जाएगी ऐसे में कोशिश की है भी की जा रही है कि अधिक से अधिक मंत्रियों को पुष्कर सिंह धामी के साथ शपथ दिलाई जा सके।